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✍ ✍ ✍ मैं शक्ति हूँ, मैं सृष्टि हूँ… मैं ही पुत्र हूँ,मैं ही पिता। मैं ही बेटी हूँ,मैं ही माता। मैं ही व्यष्टि हूँ, मैं ही समष्टी। मैं ही प्रकृति हूँ, मैं ही सृष्टि। मैं शक्ति हूँ, मैं सृष्टि हूँ… मैं ही शक्ति हूँ,मैं ही दिव्या। मैं ही प्रीत हूँ,मैं ही भक्ति। मैं ही… Continue reading ✍️✍️✍️